5 Essential Elements For Subconscious Mind



Decelerate. All this negative stuff tends to occur on autopilot. We don’t produce a mindful choice to be miserable. Consider: Ok, now I am intending to tell myself that I’m a complete loser to make sure that I can truly feel worthless and inept. Nope, it just comes about, originating beyond conscious Regulate.

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त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति ॥ ६॥

ॐ दिव्यांन्नरस संयुक्तं नानाभक्षैश्च संयुतम



30. H Wadyamr: – The action towards the mom hour / bell is ringing (the audio of your own home and you take away all detrimental energies and contentment and joy inside your mind breeds)

( क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं भद्रकाल्यै क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं परमेश्वरी स्वाहा द्वितीय here वस्त्रं समर्पयामि )

( क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं भद्रकाल्यै क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं परमेश्वरी स्वाहा करोद्वर्तन जलम समर्पयामि )

शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते ॥ ३॥

उस समय मैने तेल मातंगी प्रयोग किया और दिलीप जी के बेटे का सही पता मिल गया,वह लोग रात मे ही निकल गये उसे वापिस लाने के लिए । मातारानी के आशिर्वाद से बच्चा सुरक्षित उसी स्थान पर मिला जहा तेल मातंगी प्रयोग मे वह दिख रहा था ।

ब्रह्मा विष्णुश्च रुद्रश्च, ये देवा सुर-सत्तमाः ।।

एकामेव ही जानामि भक्तिं त्वचर्णाबजयोः।

पाताले पातु मां नित्यं, वशिनी विश्व-रुपिणी ।

जब वो बोलता है तो हजारो लाखो की भीड़ मंत्र मुग्ध सी उसके मुख से उच्चारित वाणी को सुनती रहती है । साधक की ख्याति संपूर्ण ब्रह्माण्ड में फैल जाती है ।कोई भी उससे शास्त्रार्थ में विजयी नहीं हो सकता,वह जहाँ भी जाता है विजय प्राप्त करता ही है । मातंगी साधना से वाक सिद्धि की प्राप्ति होते click here है, प्रकृति साधक से सामने हाँथ जोड़े खडी रहती है, साधक जो बोलता है वो सत्य होता ही है read more । माँ मातंगी साधक को वो विवेक प्रदान करती है की फिर साधक पर कुबुद्धि हावी नहीं होती,उसे दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है और ब्रह्माण्ड के समस्त रहस्य साधक के सामने प्रत्यक्ष होते ही है ।

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